Thursday, August 21, 2008
हिन्दी और अंग्रेजी
गूगल इन्दिक्ट्रंस्लितेरेशन से अब मै हिन्दी मे भी ब्लॉग लिख सकता हूँI आराम से हिन्दी मे कुछ लिखे अब बहुत समय हो चुका है शायद आखरी बार आठवी कक्षा मे लिखा था मतलब की १९९४, करीबन १४ साल पहलेI शुद्ध हिन्दी तो अब बोली ही नहीं जाती अंग्रेजी की इतनी आदत हो गई है की अब हिंगलिश ज्यादा चलती है Iभारत मे ब्रिटिश साम्राज्य का बहुत साल साशन रहने और आजकल अंग्रेजी बोलने के फैशन से ऐसा हो गया हैI अंग्रेजी नहीं आती आपको तो आप को हर जगह दिक्कत होती है Iहिन्दी भारत की राष्ट्र भाषा है पर अब ऐसा लगता है की हिन्दी से ज्यादा लोग अंग्रेजी बोलते है , खास कर की शहर मे जहाँ ग्लोबलाइजेशन का अधिकतम असर दीखता है Iअगर उत्तर भारत से दक्षिण भारत मे जाओ तो अंग्रेजी ही समझते हैं लोग, कई बार आश्चर्य होता है की हिन्दी होते हुए भी अलग प्रदेशो के लोग आपस मे बोलने के लिए अंग्रेजी बोलते हैंI इससे भारत को फयदा भी हुआ है बहार के देशो से ज्यादा व्यापर करने का और ज्यादा रोजगार के अवसर होने काI मुझे इतना लिखने मे ही थकावट महसूस हो रही है इसलिए फिलहाल इतना ही बाकि बाद में I
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