मंज़िल अभी दूर है
तू हौसला रख खुद पर
बस जिए जा ज़िन्दगी
तू कर न फ़िकर
जो बिन चाहे मिले उसे Cherish कर
और जो मन मे अटक जाए उसे banish कर
ज़िन्दगी भी कमाल है
एक पल मे देती ख़ुशी
और दूसरे ही पल बेहाल है
कल का किसने देखा तू जी ले आज में
क्या पता कल फिर कोई मिले न मिले
दूसरों की दुआओं का तू बन सके हक़दार
ऐसे हो तेरे विचार
न दौलत, न शौहरत , मे वो ताकत
जो दुआओं का जादू समझे उसी की है दिलों पे हुकूमत
तू मुस्करा के चला चल
मंज़िल अभी दूर है
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